सिसवा बाजार-महराजगंज। घुघली से फरेंदा रेल लाइन बनने के लिए सर्वे का काम शुरू है और आगे चल कर घुघली रेलवे स्टेशन जंक्शन बन जाएगा ऐसे में कही ना कही घुघली विकास के रास्ते पर एक कदम आगे बढ़ेगा लेकिन अब सवाल सिसवा बाजार का है कि सिसवा का क्या होगा?, आखिर सिसवा का विकास कैसे होगा? क्यों कि किसी भी जनप्रतिनिधि का अबतक कोई ऐसा प्रयास सामने नही आया जिससे कहा जाए कि सिसवा विकास के रास्ते पर चल पड़ा है।
सिसवा बाजार उस समय पूर्वांचल में अपनी पचान बनाए हुए था जब गोरखपुर जिला हुआ करता था, आजादी के बाद सभी शहर विकास के रास्ते पर चले, गांव शहर बना लेकिन सिसवा बाजार आगे बढ़ने के बजाए पीछे की तरफ चल पड़ा और धीरे-धीरे यहां के व्यापारी अन्य शहरों की तरफ पलायन करने लगे, ऐसे में अबतक किसी जनप्रतिनिधि का ऐसा प्रयास सामने नही आया जिससे कहा जाए कि अब सिसवा का विकास हो रहा है या फिर सिसवा विकास के रास्ते पर चल पड़ा है।
इधर केन्द्रीय वित्त राज्य मंत्री व सांसद पंकज चौधरी के प्रयास से घुघली से फरेंदा तक नई रेलवे लाईन के लिए सर्वे का काम शुरू हो चुका है, ऐसे में यह तो साफ हो गया कि जब घुघली से नई रेलवे लाइन शुरू होगी तो घुघली रेलवे स्टेशन जंक्शन बन जाएगा और घुघली विकास के रास्ते पर चल पड़ेगा लेकिन यहां सवाल यह उठता है कि अब सिसवा बाजार का क्या होगा?
सिसवा बाजार भी महराजगंज संसदीय क्षेत्र में आता है और यहां के भी सांसद केन्द्रीय वित्त राज्य मंत्री व सांसद पंकज चौधरी ही है, अगर जनप्रतिनिधियों की बात करें तो इस बात की चर्चा लोगों में है कि किसी भी जनप्रतिनिधि ने सिसवा बाजार के विकास के लिए कोई ठोस कदम नही उठाया है बल्कि यहां की जनता को चुनाव के दौरान हर बार विकास का सपाना दिखा कर छला गया है, जिसके वजह से यहां का व्यापार पीछे की ओर चल पड़ा और लोग दूसरे शहरों की तरफ पलायन करने का मजबूर है।