
Gorakhpur। स्थानीय महानगर स्थित सेण्ट ऐण्ड्रयूज कॉलेज के विधि विभाग द्वारा आज रविवार को “एक राष्ट्र, एक चुनाव” विषय पर एक विशेष व्याख्यान का आयोजन कॉलेज के असेम्बली हॉल में किया गया।
इस व्याख्यान में बतौर मुख्य वक्ता भारत सरकार विधि एवं न्याय मंत्रालय के विधि विभाग में सचिव के पद पर कार्यरत डाॅ0 राजीव मणि व विशिष्ट अतिथि के रूप में डाॅ0 ओंकार नाथ तिवारी की गरिमामयी उपस्थिति रही।
कार्यक्रम का प्रारंभ प्राचार्य प्रोफेसर एस0डी0 राजकुमार द्वारा काॅलेज डायरी की प्रार्थना से हुआ। तत्पश्चात सभी मंचासीन अतिथियों ने दीप प्रज्वलित किया।

विधि विभाग के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर अतुल कुमार सिंह ने मुख्य अतिथि का परिचय दिया और बृषकेत मणि त्रिपाठी ने कार्यक्रम का संचालन किया।
मुख्य वक्ता ने अपने वक्तव्य में कहा कि 1950 में संविधान लागू हुआ और तब से आज तक भारत ने अनेक परिवर्तन और सुधार देखे है। भारत में शासन व्यवस्था के विभिन्न चरण रहे और यह परिवर्तन की एक निरंतर प्रक्रिया रही। शासन की यह प्रणाली नागरिकों के अधिकारों और कर्तव्यों पर आधारित है। आज हम जिस भारत को देखते है वह हमारे संविधान निर्माताओं की दूरदृष्टि, हमारे नागरिकों की प्रतिबद्धता और लोकतंत्र की सशक्त परंपरा का परिणाम है।

उन्होने एक राष्ट्र-एक चुनाव की महत्ता को विस्तार से समझाया तथा बताया कि विकसित भारत के लक्ष्य को कैसे हासिल करना है। अन्त में उन्होने कहा कि भारत का लोकतंत्र केवल शासन कि एक व्यवस्था नहीं बल्कि यह हमारे जीवन का एक दर्शन है जो समानता, स्वतंत्रता और भ्रातृत्व के आदर्शों पर आधारित है।

इस अवसर पर मुख्य नियंता प्रोफेसर सी0पी0 गुप्ता, विधि विभाग के शिक्षक प्रोफेसर मो0 तनवीर आलम, राकेश मिश्रा, रंजना श्रीवास्तव, परवेज आलम सहित विद्यार्थियों की उपस्थिति रही।