Gorakhpur। स्थानीय महानगर स्थित सेण्ट ऐण्ड्रयूज कॉलेज में आज शनिवार को मैरी क्रिसमस समारोह कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि डायसिसन एक्जिक्यूटिव कमेटी, चर्च ऑफ नार्थ इण्डिया प्रयागराज के वाइस प्रेसिडेन्ट, प्रेसबिटर इन्चार्ज सेण्ट पीटर्स चर्च, प्रयागराज के रेव्ह प्रवीन मैसी की उपस्थित रहे।
मैरी क्रिसमस समारोह कार्यक्रम का शुभारम्भ प्राचार्य प्रोफेसर एस0डी0 राजकुमार की प्रार्थना से हुआ। मुख्य अतिथि का परिचय प्रोफेसर एस0डी0 शर्मा ने दिया तथा प्रोफेसर दीपक सिंह ने चेयरमैन का संदेश पढ़ा। कार्यक्रम का संचालन प्रोफेसर एस0डी0 शर्मा ने किया।
मुख्य अतिथि रेव्ह प्रवीन मैसी ने इस अवसर पर कहा कि स्टार की शुरूआत प्रभु यीशु मसीह से होती है। प्रभु यीशु मसीह ही सबसे बड़े स्टार थे। हम सबको अपने जीवन में मनुष्यता एवं मानवता के लिऐ ऐसा कार्य करना चाहिए जिससे हम सभी स्टार एवं महान बन जायें। ‘हमरो त कई देत उद्धार हे यीशु राजा‘ प्रभु यीशु का जन्म इतिहास की सबसे महत्वपूर्ण घटना है, क्योंकि इसी घटना ने इतिहास को दो भागों में बांट दिया – ईशा पूर्व एवं ईशा के बाद। हमारी तारिखें प्रभु यीशु के जन्म को प्रमाणित करती हैं। प्रभु यीशु मसीह ने प्रेम, क्षमा का संदेश सभी प्रणियों को प्रदान किया। उन्होनें उनको भी क्षमा किया जिन्होनें उन्हें सूली पर चढाने एवं कील ठोकने का कार्य किया। उन्होंने कहा कि हे प्रभु इनको क्षमा करना क्योकि इन्हें नही पता कि ये क्या कर रहे है।
प्रोफेसर सुशील कुमार राय ने बताया कि इस मैरी क्रिसमस में छात्रों द्वारा नौ सामूहिक गीत प्रस्तुत किये गये। पहले गीत का बोल था ‘तेरी महिमा, प्रभु, मैं गाऊॅ, …,। इसके बाद दूसरा सामूहिक गीत प्रस्तुत किया गया जिसका बोल था ‘हाउ ग्रेट आवर जॉय, ग्रेट आवर जॉय..’। तीसरे सामूहिक गीत का बोल था बेथलेहम के गाँव में, रात अन्धेरी दूर कही, एक दीप सुहाना जले…। चौथे सामूहिम गीत का बोल था ये कैसा समा छा रहा हैं, कभी ऐसा …। पाचँवे गीत का बोल था ‘आसमानों से फरिश्तों ने जमी पे आके ये कहा सन्ना हो…’। छठवें सामूहिक गीत का बोल था ‘आओ मिलकर धूम मचाएॅ, एक खुशी की बात बतायें। … सातवें गीत का बोल था हम तीन बादशाह मशरिक़ के है, … तथा आठवें गीत का बोल था ‘जिंगल बेल जिंगल बेल…’ एवं नौवें गीत का बोल था ‘फैलिज़-न-विडाड…’ प्रस्तुत किया गया।

इस अवसर पर प्रभु यीशु मसीह के जीवन से सम्बंधित आठ दृश्यों का एक नाटक प्रस्तुत किया गया जिसका शीर्षक था ‘प्रेम का संदेश’। इस नाटक में शालिनी विश्वकर्मा (मरियम), नमन तिवारी (यूसुफ), निधि गुप्ता (स्वर्गदूत जिब्रायल), सरफराज (राजा हेरोदेश), निकिलेश यादव (आदम), बानी यादव (हवा) तथा सोमनाथ जायसवाल, प्रवीन राज चौरसिया, आलोक सिंह आदि की भूमिका सराहनीय थी। इसके बाद सेन्टा क्लॉज का कार्यक्रम स्थल पर पदार्पण होता है और सेन्टा अपने साथ एक विशिष्ट उपहार लेकर आते है, वह उपहार है प्रेम, भाई-चारा और सामाजिक सौहार्द का संदेश। सभी अतिथियों एवं आगन्तुकों के प्रति आभार ज्ञापन कॉलेज के प्राचार्य एवं सचिव प्रोफेसर एस0 डी0 राजकुमार ने किया।

सांस्कृतिक कार्यक्रम, चरनी बनवाने, रंग-मंच की सज्जा एवं अन्य कार्यक्रमों को तैयार कराने में प्रोफेसर शीबा हिमानी शर्मा, प्रोफेसर सुनीता पॉटर, डॉ0 शुचिता इलियास, डॉ0 विकास सरकार, प्रोफेसर जेवियर मारिया राज, प्रोफेसर सी विजय कुमार, प्रोफेसर अमित मसीह, प्रोफेसर कंचन सरिता दास, प्रोफेसर एम0 एन्टोक्लेवर तथा प्रोफेसर निधि लाल, डॉ0 आशुतोष यशायाह आदि शिक्षकों की तथा हेमंत चार्ल्स, सनीश क्लिफोर्ड एवं रवि प्रकाश मसीह आदि स्टॉफ की महत्वपूर्ण भूमिका रही।

इस मैरी क्रिसमस कार्यक्रम की समन्वयक प्रोफेसर आर0 एन0 सैमुएल, सह-समन्वयक प्रोफेसर एस0 डी0 शर्मा रहे। इस अवसर पर नियंता मण्डल के सदस्य प्रोफेसर सी0पी0 गुप्ता, प्रोफेसर सुशील कुमार राय, प्रोफेसर रविन्द्र कुमार, तथा कॉलेज के सभी शिक्षक, शिक्षणेत्तर कर्मचारी एवं कालेज के सभी विद्यार्थी उपस्थित रहे।




