Gorakhpur। स्थानीय महानगर स्थित सेण्ट ऐण्ड्रयूज काॅलेज में आज मैरी क्रिसमस समारोह कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि डायसिसन एक्जिक्यूटिव कमेटी, चर्च आफ नार्थ इण्डिया प्रयागराज के वाइस प्रेसिडेन्ट, गोरखपुर डीनरी के डीन तथा प्रेसबिटर इन्चार्ज सेण्ट जाॅन्स चर्च, बशारतपुर, गोरखपुर रेव्ह रौशन लाल की उपस्थित रहीं।
मैरी क्रिसमस समारोह कार्यक्रम का शुभारम्भ प्राचार्य प्रोफेसर सी0 ओ0 सैमुएल की प्रार्थना से हुआ। मुख्य अतिथि का परिचय प्रोफेसर आर0 एन0 सैमुएल ने दिया तथा आपने चेयरमैन का संदेश (राईट रेवह मौरिस एडगर दान, बिशप आफ लखनऊ डायसिस, सी0एन0आई0) भी पढ़ा। कार्यक्रम का संचालन प्रोफेसर एस0डी0 शर्मा ने किया।
मुख्य अतिथि रेव्ह रौशन लाल ने इस अवसर पर कहा कि स्टार की शुरूआत प्रभु यीशु मसीह से होती है। प्रभु यीशु मसीह ही सबसे बड़े स्टार थे। हम सबको अपने जीवन में मनुष्यता एवं मानवता के लिऐ ऐसा कार्य करना चाहिए जिससे हम सभी स्टार बन जायें। ‘हमरो त कई देत उद्धार हे यीशु राजा’ प्रभु यीशु का जन्म इतिहास की सबसे महत्वपूर्ण घटना है, क्योंकि इसी घटना ने इतिहास को दो भागों में बांट दिया – ईशा पूर्व एवं ईशा के बाद। हमारी तारिखें प्रभु यीशु के जन्म को प्रमाणित करती हैं।
मैरी क्रिसमस कार्यक्रम में छात्रों द्वारा नौ सामूहिक गीत प्रस्तुत किये गये। पहले गीत का बोल था ‘वंदना करते हैं हम, वंदना करते हैं हम …’। इसके बाद दूसरा सामूहिक गीत प्रस्तुत किया गया जिसका बोल था ‘गाॅड रेस्ट यी मैरी जेन्टलमैन, लेट नथिंग..’। तीसरे सामूहिक गीत का बोल था बेथलेहम के गाँव में, चरनी में जन्म हुआ…। चौथे सामूहिम गीत का बोल था ‘ये कैसा समा छा रहा हैं, कभी ऐसा …’। पाचँवे गीत का बोल था ‘हार्क! दी हेराल्ड एंजल्स सिंग…’। छठवें सामूहिक गीत का बोल था ‘जागो सोने वालोें, कोई जगाने आया है’। सातवें गीत का बोल था ‘हम तीन बादशाह मशरिक़ के है’ … तथा आठवें गीत का बोल था ‘डैसिंग थ्रो दी स्नो…’ एवं नौवें गीत का बोल था ‘फैलिज़-न-विडाड…’ प्रस्तुत किया गया।
प्रभु यीशु मसीह के जीवन से सम्बंधित आठ दृश्यों का एक नाटक प्रस्तुत किया गया जिसका शीर्षक था ‘प्रेम का संदेश’। इस नाटक में आरजू सिंह (मरियम), शिवम मिश्रा (यूसुफ), अनुराधा सिंह (स्वर्गदूत जिब्रायल), अभिनव सिंह (राजा हेरोदेश), सरफराज आलम (आदम), अरूणिमा शुक्ला (हवा) तथा मो0 समीर शेख, नवनीश मिश्रा, गुलशन, सुहैल, संदीप, विजयलक्ष्मी यादव, श्रेया राय, मधु यादव आदि की भूमिका सराहनीय थी। इसके बाद सेन्टा क्लाॅज का कार्यक्रम स्थल पर पदार्पण होता है और सेन्टा अपने साथ एक विशिष्ट उपहार लेकर आते है, वह उपहार है प्रेम, भाई-चारा और सौहार्द का संदेश।
सभी अतिथियों एवं आगन्तुकों के प्रति आभार ज्ञापन काॅलेज के प्राचार्य एवं सचिव प्रोफेसर सी0 ओ0 सैमुएल ने किया।
सांस्कृतिक कार्यक्रमों को तैयार कराने में प्रोफेसर एस0डी0 शर्मा, प्रोफेसर आर0एन0 सैमुअल, प्रोफेसर सुषमा जाॅन, प्रोफेसर सुभाष पी0डी0, प्रोफेसर जेवियर मारिया राज, प्रोफेसर एम0 एन्टो क्लेवर, प्रोफेसर के0एस0 दास, प्रोफेसर एस0डी0 राजकुमार, प्रोफेसर एस0एच0 शर्मा, प्रोफेसर सी0 विजय कुमार, प्रोफेसर निधि लाल, प्रोफेसर दीपक सिंह, ले0 प्रो0 अमित मसीह, डाॅ0 आइजैक एल0 मैथ्यू, डाॅ0 सुनीता पाॅटर, डाॅ0 शुचिता इलायस तथा डाॅ0 आशुतोष एवं डाॅ0 विकास कुमार सरकार आदि शिक्षकों की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
इस कार्यक्रम के सम्माननीय निदेशक प्रोफेसर सैमसन दान, निदेशक प्रोफेसर आर0 एन0 सैमुअल तथा समन्वयक प्रोफेसर एस0 डी0 शर्मा, सह-समन्वयक प्रोफेसर पी0 डी0 सुभाष रहे। इस अवसर पर नियंता मण्डल के सदस्य प्रोफेसर सी0पी0 गुप्ता, प्रोफेसर सुशील कुमार राय, प्रोफेसर जेवियर मारिया राज, प्रोफेसर रविन्द्र कुमार, प्रोफेसर अनुग्रह तिवारी, प्रोफेसर मो0 तनवीर आलम, डाॅ0 जिलाजीत चैधरी, डाॅ0 विकास सरकार तथा काॅलेज के सभी शिक्षक, शिक्षणेत्तर कर्मचारी एवं कालेज के सभी विद्यार्थी उपस्थित रहे।