मिठौरा-महराजगंज। क्षेत्र के ग्राम सभा परसौनी स्थित हजरत फखरुल आलिया का 97वां सालाना उर्स – ए- पाक व जलसा -ए -दस्तारबंदी का आयोजन किया गया। मदरसा कुद्दूसिया फखरुल उलूम के 57 छात्र-छात्राओं हाफिज, आलीम, और केरत पद का प्रशस्ति पत्र और अंग वस्त्र देकर माल्यार्पण कर सम्मानित किया गया। अक़ीदत मंदो ने हजरत फखरुल औलिया के मजार पर चादर चढ़ा कर अमन चौन की दुआएं मांगी।
जश्ने -ए- ईद मिलादुन्नबी के आयोजन मे प्रयागराज से चलकर आये सूफ़ी पीर गुलाम गौस ने कहा फखरुल इस्लाम एक जिंदा वाली है इनसे निस्बत रखने वाले कभी खाली हाथ नहीं जाते दिल से मांगी हुई दुआएं यहां पुरी होती है। मौलाना सैय्यद कमरुल इस्लाम ने कहा ऐ मुसलमानो तुम दिन – ए – इस्लाम को मजबूती से पकड़ लो अल्लाह और उसके भेजे हुए रसूल की बातो पर अमल करो इससे तुम्हारी दुनिया और आखिरत दोनो संवर जाएगी। मौलाना सकील अख्तर निजामी ने कहा मेरी माँ और बहनो ने परदा करना छोड़ दिया है। पश्चिमी सभ्यता को अपना कर अपनी जिंदगी को बर्बाद कर रही है। घर के अंदर कुरान की तलावत नही हो रही है। कुरान पाक का स्थान टेलीविजन और मोबाईल ने ले लिया है। अभी भी वक्त है नमाज को पढ़ा करो, रमजान का महीना आये तो रोजा रखो इसी मे तुम्हारी भलाई है। देर रात तक जलसा ए दस्तरबंदी का कार्यक्रम चलता रहा। सुरक्षा व्यवस्था के मददें नजर चौक थाने की पुलिस चाक चौबंद रही।
इस अवसर पर आयोजन कमेटी के सैय्यद परवेज, मौलाना तज्जमूल, सैय्यद हफ़िजुद्दीन्, मौलाना नुरुज्जमा, मौलाना फखरुद्दीन आदि लोग उपस्थित रहे।