सिसवा बाजार-महराजगंज। सिसवा विकास खण्ड के ग्राम रूद्रापुर में विकास के नाम पर भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है, यहां पंचायत भवन मरम्मत के नाम पर जम कर पैसा खर्च किया गया है, जंाच हो तो साफ हो जाएगा कि पैसा कहां खर्च किया गया है।
बताते चले सिसवा विकास खण्ड के ग्राम रूद्रापुर में परफार्मेंस ग्राट से विकास कराया जा रहा है ऐसे में विकास के नाम पर जब कर भ्रष्टाचार का खेल चल रहा है, यहां स्थित दो छोटे-छोटे कमरों वाले पंचायत भवन पर मरम्मत के नाम पर पिछले 4 साल में 6 लाख 57 हजार 68 रूपये निकाल लिया गया है, जब कि दीवाल, नींव व छत वही है ऐसे में कोई भी सोचने को मजबूर होगा कि आखिर इतना धन कहां खर्च किया गया है, अगर टाईल्स लगा हो, दीवाल के पलस्तर हुए है और रंगाई हुई होगी तो कितना खर्च हो सकता है लेकिन खर्च की बात करें तो पंचायत भवन का खुब विकास हुआ है।
यहां सबसे बड़़ी बात यह है कि पिछले ग्राम प्रधान के कार्यकाल में 2 लाख 81 हजार 661 रूपये खर्च किया गया, फिर जब गांव की सत्ता बदली तो 4 लाख, 38 हजार, 407 रूपये खर्च किया गया, इसमें मिट्टी और खडंजा मरम्मत पर 03-11-2021 को 90487 रूपये का भुगतान एक फर्म को किया गया और मनरेगा से 97920 रूपये की मजदूरी खर्च किया गया, अब सवाल यह उठता है कि जब पंचायत भवन के पास खडंजा ही नही है तो यह लाखों रूपये कहां खर्च किया गया, आखिर वह खडंजा कहां है जिस पर 90487 रूपये का भुगतान फर्म को करने के साथ ही मनरेगा से 97920 रूपये की मजदूरी का भुगतान हो गया, यह तो जांच का विषय है।
मामला अभी इतना ही नही है इतने खर्च के बाद पंचायत भवन मरम्मत के लिए परफार्मेंस ग्रांट से 31-01-2023 को 2 लाख 50 हजार का भुगतान किया गया, आखिर यह सब पैसा कहां खर्च किया जा रहा है, पंचायत भवन है या कोई हवेली जिसकी मरम्मत में इतना धन खर्च किया जा रहा है।
सरकार पैसा गांव के विकास के लिए भेज रही है लेकिन जिस तरह यहां विकास के नाम पर खेल चल रहा है अगर अधिकारी इस मामले की सही ढंग से जांच करें तो एक बड़े भ्रष्टाचार से मामला उठेगा।
मनरेगा से हुआ काम लेकिन नही लगा बोर्ड
मनरेगा से जो विकास कार्य होते है उन स्थानों पर साईन बोर्ड लगाया जाता है जिससे आम जनता को पता चल सके कि किस तिथि में कार्य हुआ है, कितने का भुगतान हुआ है, इस तरह उस साइन बोर्ड पर सुचना अंकित होती है लेकिन यहां पंचायत भवन पर मिट्टी और खड़ंजा के मरम्मत पर मजदूरी मनरेगा से खर्च किया गया और साइन बोर्ड भी नही लगा।