सिसवा बाजार-महराजगंज। सिसवा नगर के बाहर खेतों में चल रहे फर्जी व बिना रजिस्ट्रेशन के संचालित अस्पताल में जहां छोटे से लेकर बड़े आपरेशन तक होते है, इस फर्जी अस्पताल की खबर चलने के बाद अब बोर्ड तो उतार दिया गया है लेकिन अन्दर अभी भी मौत बांटने का खेल चल रहा है, ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर फर्जी अस्पताल के संचालक को किसी अधिकारी का खौफ क्यों नही है?
बताते चले सिसवा नगर के बाहरी इलाके रायपुर से खेसरारी रोड़ से अन्दर खेतों में बने एक मकान में सिद्वार्थ हास्पिटल के नाम से एक नीजी अस्पताल का संचालन पिछले कुछ दिनों से हो रहा है, यहां तो जो बोर्ड़ लगे थे उसमें एक से बड़ कर एक बड़े डाक्टरों के नाम लिख हुआ था, साथ में ही जो बाजार में प्रचार समग्री बांटी गयी उसमें छोटे से लेकर बड़े आपरेशन की सुविधाओं के साथ एम्बुलेंस व पैथालाजी सुविधा के साथ 24 घंटे इमरजेंसी सेवा दर्ज है, यानी जो एम्स और मेडिकल कालेज में सुविधाएं सरकार मुहैया कराती है उसे यह कम दाम पर सुविधा देते हैं।
यह अस्पताल फर्जी रूप से संचालित किया जा रहा है इस की एक शिकायत अशोक कुमार ने सीएमओ से करते हुए अपने शिकयती पत्र में लिखा है कि रायुपर से खेसरारी रोड़ पर सिद्वार्थ हास्पिटल नामक अस्पताल अवैध रूप से संचालित किया जा रहा है, जहां पर फर्जी तरीके से बिना मानक के ऑपरेशन की प्रक्रिया पूरी की जा रही है, जो जनहित के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है, जिसको रोका जाना अत्यंत आवश्यक है, जो एक गंभीर समस्या उत्पन्न कर सकती है।
इस फर्जी अस्पताल की खबर यूपी अबतक पर चलने के बाद अस्पताल को बोर्ड तो उतार दिया गया, जिससे बाहर से देखने पर किसी को अस्पताल होने की भनक तक न लगे लेकिन जो जानकारी मिल रही है उसके अनुसार अंदर मौत बांटने का खेल पहले की ही तरह चल रहा है।
यहां सवाल यह है कि बोर्ड उतार कर आखिर किस के रहमो करम पर यहां फर्जी अस्पताल का संचालन हो रहा है, क्या अधिकारी किसी घटना का इंतजार कर रहे है कि घटना होने के बाद पहुंचेंगे और फिर कार्यवाही करेंगे, या कोई और बात है?