सिसवा बाजार-महाराजगंज। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार भ्रष्टाचार को खत्म करना चाहती है, जिलाधिकारी भी भ्रष्टाचार करने वालों पर कठोर कार्यवाही कर रहे है लेकिन सिसवा विकासखंड के ग्राम मथनिया में मनरेगा में घोटाला सामने आने के बाद बचाव को खेल शुरू हो चुका है, एक सप्ताह गुजर जाने के बाद भी कोई कार्यवाही नही हुई, खण्ड विकास अधिकारी यह तो कह रहे है कि कार्यवाही हो रही है लेकिन क्या कार्यवाही हो रही है आगे बताने से कतरा रहे हैं।
बताते चलें सिसवां विकासखंड के ग्राम मथानिया में ग्राम प्रधान, रोजगार सेवक व सचिव आपस में मिलकर मनरेगा के जॉब कार्ड संख्या 280 विद्यासागर पुत्र सीताराम जो 22-05-2022 को गांव से मुंबई के लिए व दिनांक 25-05-2022 को मुंबई से कुवैत के लिए रवाना हुए, इनके कुवैत जाने के बाद मनरेगा के तहत राजेंद्र पटेल पुत्र रामनारायण के खेत में पोखरी/ तालाब खुदाई कार्य में ग्राम प्रधान, रोजगार सेवक व सचिव ने मिलकर 23-05-22 के 05-06-22 तक 12 दिन विद्यासागर पोखरी/तालाब की खुदाई में बतौर मनरेगा मजदूरी कर रहे दिखाया, इस के साथ ही वेवसाइट पर जॉब कार्ड संख्या 280 को खोलने पर पता चला विद्यासागर जो 23-05-22 के 05-06-22 तक राजेंद्र पटेल के खेत में पोखरी/तालाब की खुदाई में मजदूरी कर रहे थे, दिनांक 07-06-22 से 20-06-22 तक यानी 12 दिन मुकेश के खेत से महेंद्र यादव के खेत तक चक रोड पर मिट्टी भराई का कार्य किया है
इस की शिकयत गांव के ही उमाशंकर प्रसाद ने जिलाधिकारी से करते हुए कार्यवाही की मांग किया था, जिसके बाद जांच शुरू हुई लेकिन जांच का क्या हुआ यह अबतक पता नही चल सका है, खण्ड विकास अधिकारी से बात की गयी तो कहा गया कि कार्यवाही हो रही है, लेकिन यह नही बताया गया कि क्या कार्यवाही हो रही है, ऐसे में लग रहा है धीरे-धीरे इस मामले को मैनेज का खेल चल रहा है।