सिसवा बाजार- महराजगंज। 22 साल के गुफरान को युवाओं को साइकिल चलाने के लिए प्रेरित करने का ऐसा जुनून छाया कि उन्होंने दो साल में 35 हजार किलोमीटर साइकिल चलाकर सात देशों की यात्रा कर ली। वर्ल्ड बुक ऑफ इंडिया ने खिताब से नवाजा है। इंडिया विश्व टूरिज्म संस्था भी उनका सहयोग कर रही है।
गुफरान अंसारी सिसवा विकास खण्ड के ग्राम चैनपुर के रहने वाले हैं। गुफरान ने बताया कि उन्होंने हाईस्कूल तक पढ़ाई की है। आर्थिक स्थिति कमजोर होने के चलते बीच में ही पढ़ाई छोड़ दी। पिता अब्बास अंसारी सिलाई का काम करते हैं, जिससे घर का खर्च चल पाता है। तीन भाई और दो बहनें हैं। उनकी मां सलमा खातून मजदूरी करती हैं, सबसे बड़े भाई रिजवान अंसारी दुबई में काम करते हैं। दूसरे नंबर गुफरान हैं। तीसरे नंबर छोटा भाई कमरान अंसारी 7वीं में पढ़ते हैं।
उन्होंने बताया कि उनके पास पासपोर्ट बनवाने के लिए पैसे नहीं थे। लोगों से चंदा लेकर उन्होंने पासपोर्ट बनवाया। युवाओं को साइकिल चलाने को प्रेरित करने के लिए चार अक्तूबर 2022 को गुफरान ने साइकिल यात्रा की शुरुआत चैनपुर गांव से की, जिसका समापन 11 फरवरी 2024 को हुआ।
उन्होंने उज्बेकिस्तान, कजाकिस्तान, तजाकिस्तान, अफगानिस्तान, ईरान, यूएई, मक्का मदीना की साइकिल यात्रा की, जिसकी दूरी 35 हजार किलोमीटर है। उन्होंने बताया कि इस यात्रा में मेरा एक भी रुपया नहीं लगा है। लोगों की मदद से यह यात्रा मैंने पूरी की।
साइकिल यात्रा के दौरान गुफरान के पास मोबाइल नहीं था। छह माह बाद बिहार के एक साथी ने मोबाइल दिया। वह घर से बिना बताए यात्रा पर निकले थे जिसके बाद सम्मान मिलने से उनका हौसला बढ़ा।