सिसवा बाजार-महराजगंज। पिछले सप्ताह जनपद के विद्यालयों के बीच विज्ञान मॉडल प्रतियोगिता का आयोजन राजकीय बालिका इंटर कॉलेज घनेवा धनेई महराजगंज में आयोजित हुआ था । इस प्रतियोगिता के अंतर्गत सिसवा बाजार में स्थित आरपीएसी स्कूल के विद्यार्थियों द्वारा बनाए गए विज्ञान मॉडल को मंडल स्तर पर आयोजित होने वाली बाल विज्ञान प्रदर्शनी 2025 हेतु चुना गया ।
वही पिछले तीन दिनो से जुबली इंटर कॉलेज, गोरखपुर में चल रहे बाल विज्ञान प्रदर्शनी में आरपीआईसी के विद्यार्थियों ने अपना प्रोजेक्ट प्रस्तुत किया । एक पैनल बनाकर सभी विज्ञान मॉडल की जांच करने के उपरांत प्रदर्शनी में दिखाए गए मॉडल में से पहला स्थान आरपीआईसी के दो मॉडल को दिया गया ।
क्लास 10 के विद्यार्थी धनंजय सिंह द्वारा बनाया गया स्मार्ट कृषि यंत्र पहले स्थान पर रहा । इस कृषि यंत्र में कई प्रकार की सुविधाएं दी गई थी जैसे कि दवा छिड़काव की सुविधा, सोलर पैनल, जुताई करने की सुवधा तथा बीज डालने की सुविधा ।
इस के उपरांत इसी विद्यालय की क्लास 10 की छात्रा कोमल जयसवाल द्वारा बनाया गया स्मार्ट सैंडल भी पहले स्थान पर रहा । यह सैंडल पहले भी चर्चा में रहा था क्योंकि इस प्रोजेक्ट को प्रधानमंत्री पुरस्कार हेतु चयनित भी किया गया है ।
दूसरे स्थान पर अनिक जायसवाल और आसिम अंसारी द्वारा बनाया गया हाइड्रोजन फ्यूल प्रोजेक्ट रहा । यह दोनों आरपीआईसी स्कूल के क्लास 9 के विद्यार्थी है जिन्होंने फ्यूल के स्थान पर पानी से हाइड्रोजन को अलग करके उसे ऊर्जा के रूप मे उपयोग करने का प्रोजेक्ट प्रस्तुत किया ।
दूसरे स्थान पर आरपीआईसी विद्यालय के ही विद्यार्थी अमरेंद्र कुशवाहा के द्वारा बनाया गया प्रोजेक्ट ऑटोमैटिक स्पीड कंट्रोल रहा । इसमें एक ऐसा यंत्र बनाया गया जो गाड़ियों में लगने के बाद आवश्यक स्थानों पर अपने आप गाड़ी की गति को धीमा कर देगा । जहां पर अधिक भीड़ होगी जैसे कि विद्यालय और अस्पताल जैसी जगहों पर गाड़ी की स्पीड अपने आप कम हो जायेगी।
तीसरे स्थान पर आरपीआईसी विद्यालय के 2 और प्रोजेक्ट रहे । जिसमें अंश, निहाल और सन्नी द्वारा बनाया गया अत्याधुनिक झुला था जो बच्चे के बिस्तर गिला होने पर, बच्चे का टेंपरेचर बढ़ने पर अथवा रोने पर निर्धारित नंबर पर सुचना देगा । इसके अलावा तीसरे स्थान पर बायोडिग्रेबल प्रोडक्ट केले से बनाया गया सेनेटरी नैपकिन था जिसे विद्यालय की छात्रा सोनाक्षी सिंह ने बनाया था ।

इस प्रोजेक्ट की बहुत सराहना हुई और सभी ने उम्मीद जताया कि यह प्रोजेक्ट बहुत आगे जायेगा । इसके अंतर्गत प्लास्टिक प्रोडक्ट को हटाकर केले के रेसों को सुखाकर उसे रुई के रूप मे बदलकर सेनेटरी नैपकिन में उपयोग करना दिखाया गया था ।
इस विज्ञान प्रदर्शनी में आरपीआईसी के विद्यार्थियों द्वारा बनाए गए प्रोजेक्ट सराहना का केंद्र रहे । इस प्रकार का परिणाम पहले कभी नहीं आया कि एक ही विद्यालय से इतने बच्चों का चुनाव हुआ हो ।
जिला विद्यालय निरीक्षक, विद्यालय के प्रबंधक महंत तिवारी, प्रधानाचार्य पंकज तिवारी, सहांचालक धीरज तिवारी, विज्ञान शिक्षक तौसीफ अली, स्कूल इंचार्ज देवेंद्र शुक्ला, प्रतीक श्रीवास्तव के अलावा सभी अध्यापकों ने खुशी जाहिर किया ।
विद्यालय के प्रधानाचार्य पंकज तिवारी ने कहा कि विज्ञान विषय मे हमारा प्रयास अधिक से अधिक प्रयोगात्मक ज्ञान पर होता है । विज्ञान आने वाले समय के लिए अत्यंत आवश्यक है इसके वास्तविक ज्ञान और उपयोग को समझने लिए इस प्रकार के विज्ञान मॉडल बच्चों को बनाते रहने हेतु हम प्रोत्साहित करते रहते है । इसके अलावा इन्होंने प्रदेश स्तर पर होने जा रहे विज्ञान मॉडल प्रस्तुति में भी अच्छा प्रदर्शन होने का विश्वास दिखाया ।
बताते चले यह विद्यालय विज्ञान के मॉडल में ही केवल अपनी अलग पहचान नहीं बनाया है बल्कि बोर्ड परीक्षा परिणाम और अच्छी शिक्षा व्यवस्था के कारण भी जाना जाता रहा है ।




