सिसवा बाजार-महराजगंज। सिसवा नगर में रिटायर्ड मिडवाइफ पर प्रसव कराने के बाद नवजात को गायब करने का मामला सामने आने के बाद यह तो साफ हो गया है कि रिटायर्ड मिडवाइफ अपने आवास पर अवैध रूप से अस्पताल का संचालन कर रही थी जहां महिलाओं का प्रसव कराया जाता रहा है, ऐसे में अब सवाल स्वास्थ्य विभाग पर उठने लगा है कि आखिर किस के शह पर यहां अवैध अस्पताल का संचालन हो रहा था और मामला खुलने के बाद अबतक स्वास्थ्य विभाग ने क्यों नही कोई कार्यवाही किया।
बताते चले सिसवा नगर के भुजौली निवासी रम्भा देवी ने कोठीभार थाना में जो तहरीर देकर मामला दर्ज कराया है उसके अनुसार सिसवा नगर में रिटायर्ड मिडवाइफ सुगंधा गुप्ता के आवास पर 23 जनवरी को प्रसव कराया गया, जिसके बाद नवजात को गायब कर दिया गया, पुलिस ने कार्यवाही करते हुए नवजात को बरामद कर लिया लेकिन इस मामले के सामने आने के बाद यह साफ हो गया कि रिटायर्ड मिडवाइफ सुगंधा गुप्ता अपने आवास पर अवैध अस्पताल का संचालन करती थी जहां महिलाओं का प्रसव कराया जाता था।
अवैध अस्पताल में प्रसव कराये जाने के खुलासे के बाद अबतक स्वास्थ्य विभाग गहरी नींद में सोया हुआ है जब कि यहां स्वास्थ्य विभाग को भी अवैध अस्पताल संचालन के लिए कार्यवाही करनी चाहिए, लेकिन स्वास्थ्य विभाग की चुप्पी ने सवाल खड़ा कर दिया है कि आखिर किस के शह पर यह अवैध अस्पताल का संचालन किया जाता था जहां महिला का प्रसव कराया गया।