रुड़की। मोहर्रम की छठी तारीख पर मुस्लिम शिया समुदाय द्वारा हजरत इमाम हुसैन को श्रद्धा सुमन अर्पित करने के लिए दूसरा मातमी जुलूस नगर के मोहल्ला पठानपुरा में निकाला गया। इसमें भारी संख्या में लोगों ने शिरकत कर हजरत इमाम हुसैन और उनके साथियों की शहादत को याद कर मातम किया। नगर में मातमी जुलूसों का सिलसिला शुरू हो गया है। इसके तहत चांद रात के जुलूस के बाद दूसरा मातमी जुलूस शुक्रवार को श्रद्धा के साथ निकाला गया। मजलिस को मौलाना शाह अब्बास ने संबोधित किया मजलिस के बाद यहां से मातमी जुलूस शुरू हुआ। जो कि बारगाहे बाबुल मुराद पर जाकर शांतिपूर्ण संपन्न हो गया। जुलूस में भारी संख्या में लोगों ने शिरकत कर हजरत इमाम हुसैन और उनके साथियों की शहादत को याद कर मातम किया।
इस अवसर पर आयोजक मंडल के सदस्यों के रूप में मोहम्मद आलम, शमीम आरफी, जवार हुसैन, मोहम्मद रजि हैदर, नसीम हैदर आदि मौजूद रहे। वहीं, मोहर्रम पर मंगलौर कोतवाली क्षेत्र में सबसे अधिक कार्यक्रमों का आयोजन होता है। दस दिनों तक चलने वाले इन कार्यक्रमों में विभिन्न स्थानों से मातमी जुलूस निकाले जाते हैं। जुलूस मार्गों की व्यवस्था को जांचने के लिए पुलिस ने भौतिक निरीक्षण किया।
शुक्रवार को शहर चौकी प्रभारी मनोज गैरोला ने नगर क्षेत्र में मोहर्रम के दौरान निकाले जाने वाले मातमी जुलूस मार्गों का निरीक्षण कर संचालक मंडल दल के सदस्यों से वार्ता की गई। जुलूस मार्ग और इमामबाड़ों पर जाकर पुलिस ने निर्धारित रूट कार्यक्रम को देखा। किसी भी नए रूट से कोई जुलूस नहीं निकाला जाएगा। परंपरागत तरीके से ही मोहर्रम के जुलूस का आयोजन किया जाएगा। यदि कोई भी व्यक्ति जुलूस के दौरान गड़बड़ी फैलाने का प्रयास करता है तो उसकी सूचना तत्काल पुलिस को दें। जुलूस की सुरक्षा में पुलिस बल तैनात रहेगा।