
देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने देहरादून में आयोजित उत्तराखण्ड लोक विरासत कार्यक्रम-2022 में प्रतिभाग किया। इस दौरान उन्होंने स्वयं सहायता समूहों के स्टॉलों का भ्रमण कर उनके द्वारा तैयार किए गए उत्पादों की सराहना की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे उत्तराखण्ड में विविध प्रकार की संस्कृति है। हर जिले में संस्कृति एवं रीति-रिवाज बदल जाते हैं। यह लोक विरासत कार्यक्रम मन को मोह लेने वाला एक लघु उत्तराखण्ड का रूप है, जो प्रदेश की नृत्य, भाषा व गायन शैली को प्रदर्शित कर हमें गौरवान्वित कर रहा है। उन्होंने कहा कि हम सभी को अपनी संस्कृति एवं पूर्वजों के बनाए हुए जो हमारे संस्कार है, उनसे जरूर जुड़ना चाहिए। हम सभी अगर अपनी संस्कृति से जुड़े रहेंगे तो हम सभी को पोषण, ऊर्जा एवं प्रोत्साहन मिलता रहेगा साथ ही हमारे पूर्वजों को आशीर्वाद मिलता रहेगा।
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उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के आह्वान पर पूरे देश में मनाया जा रहा रु।उतपजडंीवजेंअ देश के लिये अपना योगदान देने वालों के सम्मान के साथ देश ने जो उपलब्धियां हासिल की उनका स्मरण करने का महोत्सव है। अब हम आजादी की शताब्दी की ओर बढ़ रहे हैं। मुख्यमंत्री श्री धामी ने कहा कि आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में उत्तराखण्ड की संस्कृति के विकास के लिए अनेक योजनायें चलाई जा रही है। उत्तराखण्ड की नई फिल्म नीति के तहत क्षेत्रीय बोली में फिल्म बनाने पर ₹02 करोड़ रूपये की सहायता राशि का प्रावधान किया गया है।
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री चन्दन राम दास, विधायक विनोद चमोली, मेयर देहरादून सुनील उनियाल गामा सहित अन्य गणमान्य उपस्थित रहे।