Gorakhpur। नार्मल स्थित दरगाह हजरत मुबारक खां शहीद मस्जिद में आज रविवार को दावते इस्लामी इंडिया की ओर से जिले के सौ से अधिक हज यात्रियों को प्रथम हज प्रशिक्षण दिया गया, मक्का व मदीना शरीफ में इबादत, जियारत व ठहरने का तरीका बताया गया। प्रशिक्षण 11, 18, 25 फरवरी व 3 मार्च को भी दिया जाएगा।
हज प्रशिक्षक हाजी मोहम्मद आज़म अत्तारी ने कहा कि हज दीन-ए-इस्लाम का अहम फरीजा है। अल्लाह ने 9 हिजरी में हज फ़र्ज़ फरमाया। जो मालदारों पर फर्ज है, वह भी ज़िंदगी में सिर्फ एक बार। इसे खुलूसों दिल से अदा करना चाहिए।
उन्होंने हज यात्रियों को घर से रवाना होने से लेकर लौटकर आने तक के मसलों और उनके समाधान के बारे में जानकारी दी। हज की नियत करने का तरीका, हज के दौरान पढ़े जानी वाली दुआ श्लब्बैक अल्लाहुम्मा लब्बैकश् व मुकद्दस मकामात पर पढ़ी जाने वाली अन्य दुआओं पर रोशनी डाली। शरई मुसाफिर की नमाज़ के अहकामत भी बताए गए।
प्रशिक्षण की शुरुआत तिलावत-ए-कुरआन से हुई। नात शरीफ़ आदिल अत्तारी ने पेश की। अंत मेे दरूदो सलाम पढ़कर अमनो सलामती की दुआ मांगी गई। प्रशिक्षण में फरहान अत्तारी, इब्राहीम अत्तारी, अहमद अत्तारी, अब्दुल कलाम अत्तारी, शम्स आलम अत्तारी, रमज़ान अत्तारी, महताब अत्तारी, वसीउल्लाह अत्तारी सहित तमाम हज यात्री मौजूद रहे।