Gorakhpur: Two-day national seminar concludes at St. Andrews College
Gorakhpur। स्थानीय महानगर स्थित सेण्ट ऐण्ड्रयूज कॉलेज के रसायन विज्ञान विभाग द्वारा ‘रिसेन्ट ट्रेन्डस इन केमिक्ल साइन्सेज एण्ड रिसर्च प्रोस्पेक्ट’ विषय पर आयोजित राष्ट्रीय संगोष्ठी का आज बृहस्पतिवार को समापन हुआ। समापन सत्र में मुख्य अतिथि के रूप में पधारी प्रोफेसर सुधा यादव भूतपूर्व अध्यक्ष, रसायन विज्ञान विभाग, दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय, गोरखपुर ने सेंट एंड्रयूज कॉलेज में इतने भव्य व सफल राष्ट्रीय संगोष्ठी आयोजित करने की बधाई दी।
उन्होंने कहा कि दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी में आए हुए विभिन्न वैज्ञानिकों तथा ऑनलाइन विभिन्न व्याख्यानों से निश्चित ही शोधार्थियों तथा परास्नातक छात्रों को रसायन विज्ञान के नए क्षेत्र के बारे में जानकारी मिली होगी तथा वैज्ञानिकों से मिलकर उन्हें अपने विचार, अपने अंदर के प्रश्नों को ढूंढने में सहायता मिली होगी।
सत्र की अध्यक्षता कर रहे संगोष्ठी के संयोजक प्रोफेसर सुभाष पी डी ने सभी प्रतिभागियों को राष्ट्रीय संगोष्ठी को भव्य बनाने की बधाई दी तथा उन्होंने कहा कि इस संगोष्ठी से जो चुनौतियां हमारे सामने प्रस्तुत हुई है उनका समाधान ढूंढने की दिशा में अवश्य ही प्रयास करने होंगे। समापन समारोह का संचालन सह आयोजन सचिव डॉ अमित मसीह ने किया । अंत में सभी प्रतिभागियों तथा अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापन आयोजन सचिव डॉ जे के पांडेय ने किया।
राष्ट्रीय संगोष्ठी के दूसरे दिन तकनीकी सत्रों में आईआईटी मंडी, हिमाचल प्रदेश के प्रोफेसर प्रेम फेलिक्स ने फोटो कैटालिस्ट के रूप में उपयोगी पॉलीमर ननोपार्टिकल के संश्लेषण को बताया। आईआईसीटी हैदराबाद के वैज्ञानिक डॉ अजय कुमार सिंह ने केमिकल प्रोसेसिंग में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के उपयोग पर चर्चा की।
नाइपर,रायबरेली लखनऊ से डॉ संदीप चौधरी ने बायोएक्टिव अल्कलॉइड के संश्लेषण की विभिन्न पद्धतियों पर चर्चा की। दिल्ली विश्वविद्यालय के डॉ रामेंद्र प्रताप ने बायोलॉजिकल एप्लीकेशन के विभिन्न कार्बनिक यौगिकों के संश्लेषण की विडियो पर चर्चा की। महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय ,मोतिहारी, बिहार के डॉ देवदत्त चतुर्वेदी ने विभिन्न यौगिकों के निर्माण की विधियां बतायी।
गोरखपुर विश्वविद्यालय गोरखपुर के डॉ सचिन कुमार सिंह ने लिक्विड क्रिस्टल के बारे में बताया। तकनीकी सत्रों की अध्यक्षता इलाहाबाद विश्वविद्यालय प्रयागराज के डॉक्टर डॉ सीमांत श्रीवास्तव तथा पंजाब यूनिवर्सिटी, चंडीगढ़ के डॉ रवि प्रताप बरनवाल ने निभाई। लखनऊ के डॉ अभिनव श्रीवास्तव, तकनीकी विश्वविद्यालय गोरखपुर की कोपल कसौधन, आईआईटी इंदौर के निखिल तिवारी सहित कल 10 प्रतिभागियों ने अपने शोध पत्र प्रस्तुत किया। अंत में संगोष्ठी के अंत में पोस्टर सत्र का आयोजन किया गया । जिसमें मुख्य निर्णायक के रूप में विश्वविद्यालय की प्रोफेसर सुधा यादव तथा डॉ गरिमा सिंह ने निभाई।
प्रथम पुरस्कार लवली कुमारी, मदन मोहन मालवीय तकनीकी विश्वविद्यालय गोरखपुर को, द्वितीय पुरस्कार शिखा सिंह दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय गोरखपुर को, तथा तृतीय पुरस्कार मदीहा रशीद दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय गोरखपुर को तथा सांत्वना पुरस्कार सेंट एंड्रयूज कॉलेज की कुमारी प्रेरणा तथा कन्हैया शर्मा को प्रदान किया गया।
इस अवसर पर प्रोफेसर निजामुद्दीन, प्रोफेसर अखिलेश कुमार श्रीवास्तव, प्रोफेसर डोमिनिक राजकुमार, प्रोफेसर आलोक कुमार श्रीवास्तव , प्रोफेसर सीपी सिंह , डॉ मनोज कुमार श्रीवास्तव सहित विभिन्न विश्वविद्यालयों तथा महाविद्यालयों के छात्र व शिक्षक उपस्थित रहे।