सिसवा बाजार-महाराजगंज। सिसवा विकासखंड के ग्राम पकड़ी चौबे में पशुशेड निर्माण के नाम पर घोटाला की जांच में 2.80 लाख रुपये के गोलमाल का मामला सामने आया है, पशुशेड बना नही और भुगतान हो गया है।
इस मामले में पकड़ी चौबे की रोजगार सेवक शशिकला की संविदा समाप्त कर दी गई है वहीं पूर्व ग्राम प्रधान सहित तत्कालीन सचिव व तकनीकी सहायक से रिकवरी के आदेश के साथ ही उनके विरुद्ध प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज करने का निर्देश जिलाधिकारी ने दिया है।
बताते चले सिसवा विकासखंड के ग्राम पकड़ी चौबे में ग्राम के ही निवासी हरिहर पुत्र किशुन, कमरून व अन्य की शिकायत के बाद पशुशेड घोटाले का मामला सुर्खियों में आया, 6 सितम्बर 2023 की शिकायत पर जिलाधिकारी ने उपायुक्त (श्रम रोजगार) महाराजगंज को जांच सौपीं।
उपायुक्त (श्रम रोजगार) महराजगंज द्वारा 23 सितम्बर 2023 को ग्राम पंचायत पकड़ी चौबे का औचक निरीक्षण किया गया, जांच में काफी अनियमितता पाई गई, जिसमें भोजा पुत्र बंसी 65 हजार, राधेश्याम पुत्र वंशराज 52 हजार, संत पुत्र मुसई 12 हजार, विश्वनाथ पुत्र शिव मंगल 15 हजार, हरिहर पुत्र किशुन 74 हजार व कमरून पत्नी नसरुद्दीन 62 हजार रुपये, कुल 2.80 लाख रुपये भुगतान का दुरुपयोग किया गया है।
इस मामले में जांच के बाद रोजगार सेवक श्रीमती शशिकला की संविदा समाप्त कर दिया गया है और इस मामले में पूर्व ग्राम प्रधान रामानंद यादव से 93 हजार 333 रुपये, तत्कालीन तकनीकी सहायक कमलजीत सिंह से 93 हजार 333 रुपये और ग्राम विकास अधिकारी शशिकांत पांडे से 93 हजार 333 रुपये रिकवरी के साथ ही चारों लोगों के विरुद्ध प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज करने के लिए खंड विकास अधिकारी को निर्देशित किया गया है।