गोरखपुर। सेण्ट ऐण्ड्रयूज काॅलेज गोरखपुर के स्थापना के 125वें वर्ष मे प्रवेश के कार्यक्रमों के क्रम में आज ‘राष्ट्रीय विज्ञान दिवस’ National Science Day के अवसर पर रसायन विज्ञान विभाग में रसायन परिषद के बैनर तले एक विज्ञान प्रदर्शनी का आयोजन किया गया।
इस विज्ञान प्रदर्शनी में मुख्य निर्णायक के रूप में मौजूद दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के भौतिक विज्ञान विभाग के सेवानिवृत प्रोफेसर लल्लन यादव ने कहा कि राष्ट्रीय विज्ञान दिवस भारतीय भौतिक वैज्ञानिक सर सी0वी0 रमन के सम्मान में हर वर्ष 28 फरवरी को मनाया जाता है। इस वर्ष की थीम ‘विकसित भारत के लिए स्वदेशी तकनीक’ भारत और मानवता के लाभ के लिए भारत और विदेश दोनों में जनता और वैज्ञानिक समुदाय के बीच सहयोग के महत्व पर जोर देती है।
दूसरे निर्णायक दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय, गोरखपुर के रसायन विज्ञान विभाग के सेवानिवृत प्रोफेसर निजामुद्दीन ने कहा कि भारत को विज्ञान के क्षेत्र में आत्मनिर्भर होने तथा वैश्विक मुद्दों का समाधान करने की दिशा में प्रयास करने की आवश्यकता है। इस तरह के कार्यक्रम शोध में नवाचार लाने को प्रेरित करती हैं।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्राचार्य प्रोफेसर सी0ओ0 सैमुएल ने कहा कि इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य युवाओं, खास तौर पर विद्यार्थियों को विज्ञान के प्रति प्रेरित करना तथा विज्ञान एवं वैज्ञानिक उपलब्धियांे के प्रति सजग बनाना है। रसायन विज्ञान विभाग के अध्यक्ष प्रोफेसर सुभाष पी0डी0 ने समस्त आगंतुको का औपचारिक स्वागत किया। कार्यक्रम के संयोजक प्रोफेसर सी0पी0 गुप्ता ने कार्यक्रम की रूप-रेखा प्रस्तुत की, उपसंयोजक डॉ0 जे0के0 पांडेय ने कार्यक्रम का संचालन किया तथा धन्यवाद ज्ञापन रसायन परिषद के सचिव डॉ0 अमित मसीह ने किया।
प्रदर्शनी में कुल 38 समूहों ने तथा लगभग 200 विद्यार्थियों ने प्रतिभाग किया। प्रथम पुरस्कार दीक्षा राय एवं टीम, द्वितीय पुरस्कार संयुक्त रूप से प्रेरणा पाठक एवं विवेक कुमार पाण्डेय के टीम तथा तृतीय पुरस्कार संयुक्त रूप से कन्हैया शर्मा और अंकिता सिंह की टीम तथा सांतवना पुरस्कार संयुक्त रूप से दिग्विजय नाथ महाविद्यालय, गोरखपुर की अंशिका राय, सुमित शर्मा एवं एम0पी0पी0जी0 कालेज, गोरखपुर के निखिल सिंह की टीम को प्रदान किया गया।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के भौतिक विभाग की डाॅ0 अपरा त्रिपाठी, दिग्विजयनाथ महाविद्यालय के डाॅ0 राजेश कुमार सिंह, डाॅ0 आनन्द तथा महाविद्यालय के समस्त विभागों के शिक्षक, शिक्षिकाओं की उपस्थिति रही।