Siswa Bazar- Construction of boundary wall in Girls Primary School Siswa II became a puzzle, where were lakhs of rupees spent?
Siswa Bazar- सिसवा बाजार। सिसवा नगर स्थित कन्या प्राथमिक विद्यालय सिसवा द्वितीय में गजब का भ्रष्टाचार सामने आ रहा है, यहां अभी बाउंड्रीवाल निर्माण में अनियमितता का मामला सामने आया ही था कि विद्यालय के पूराने जर्जर भवन की ध्वस्तीकरण नीलामी में मिले धन का भी मामला सामने आया है, कि आखिर वह लाखो रूपया कहा खर्च हुए।
बताते चले कि सिसवा नगर के अमरपुरवा स्थित कन्या प्राथमिक विद्यालय सिसवा द्वितीय में 120 मीटर के बाउंड्रीवाल निर्माण के साथ ही भवन निर्माण का काम चल रहा है, जहां पर सेम व दोयम दर्जे की ईंट सहित मसाले में मानक के विपरीत अनुपात से मानकों की जमकर धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। ऐसे में यहां सवाल उठना लाज़मी है कि निर्माण में अगर इस तरह से मानकों की अनदेखी होगी तो इसकी गुणवत्ता क्या होगी?
कहाँ गए ध्वस्तीकरण नीलामी के दो लाख पांच हज़ार रुपए
वर्तमान वर्ष 2023 में प्राथमिक विद्यालय सिसवा द्वितीय में 120 मीटर बाउंड्रीवाल के निर्माण हेतु विभाग द्वारा परियोजना के तहत 4 लाख 42 हज़ार रूपया अवमुक्त किया गया है। जबकि इसी विद्यालय में लगभग दो वर्ष पूर्व ध्वस्तीकरण के नीलामी में विद्यालय को लगभग 2 लाख 5 हज़ार रुपए मिले थे। वो रूपए कहाँ गए, यह एक पहेली बना हुआ है।
पहले से भी थी बाउंड्रीवाल
ऐसा नही कि इस प्राथमिक विद्यालय में बाउंड्रीवाल ही नही थी बल्कि पहले भी बाउंड्रीवाल थी लेकिन सड़क उंची होने के कारण बाउंड्रीवाल की उंचाई कम हो गयी, तो कहीं-कहीं की बाउंड्रीवाल टूट गयी थी।
हालांकि सूत्रों की मानें तो उन रुपयों को बाउंड्रीवाल के निर्माण में पहले ही लगाया गया है। अब यहां भी सवाल खड़ा होता है कि जब दो वर्ष पूर्व बाउंड्रीवाल निर्माण में दो लाख से ऊपर रुपया खर्च किया गया तो दो साल बाद फिर से 4 लाख 42 हज़ार रूपया उसी बाउंड्रीवाल के लिए ही क्यों अवमुक्त किया गया? अगर दोनों निर्माण के तह तक स्थलीय जांच हो जाए तो सरकारी लाखों रुपए के दुरूपयोग का मामला सामने आ सकता है। इस मामले में प्रधानाध्यापिका पूनम शर्मा से बात करने की कोशिश की गयी लेकिन बात नही हो पायी।
विनयशील मिश्रा बीईओ सिसवा
कन्या प्राथमिक विद्यालय सिसवा द्वितीय में ध्वस्तीकरण नीलामी के धन का मामला संज्ञान में नहीं है। इसकी जांच कराई जाएगी।