
सिसवा बाजार-महराजगंज। महराजगंज जिले के सीमावर्ती क्षेत्र के ग्रामीण इलाकों में 102 यूपी बटालियन एनसीसी द्वारा मई 2025 को वाइब्रेंट विलेज कार्यक्रम का सफल आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम ग्रामीण युवाओं को जागरूक करने, उन्हें सामाजिक कुरीतियों से बचाने और उनके अंदर आत्मबल एवं राष्ट्रप्रेम जागृत करने के उद्देश्य से आयोजित किया गया।
पहले दिन, “कौशल भारत कुशल भारत “ थीम के तहत राजकीय आईटीआई महराजगंज की टीम द्वारा 561 एनसीसी कैडेट्स को केंद्र एवं राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी गई। इस प्रस्तुति से कैडेट्स को रोजगार, शिक्षा, कौशल विकास व स्वरोजगार संबंधी योजनाओं के प्रति जागरूक किया गया।
दूसरे दिन, ब्रह्माकुमारी समाज द्वारा गुरली, सिसवा बाज़ार में “नशा मुक्त भारत” के विषय पर व्याख्यान आयोजित किया गया, जिसमें 1127 एनसीसी कैडेट्स एवं स्थानीय नागरिकों ने भाग लिया। कार्यक्रम के अंत में सभी ने एक स्वर में नशा न करने व समाज को इसके दुष्परिणामों से बचाने की शपथ ली।
इसी दिन आयोजित एक विशेष सांस्कृतिक मंच कार्यक्रम में स्टर्लिंग स्कूल सिसवा बाज़ार की 7 वर्षीय बाल प्रतिभा कु. सांची अग्रवाल ने “जहाँ चाह वहाँ राह” विषय पर प्रेरणादायक वक्तव्य देकर सबको मंत्रमुग्ध कर दिया। सांची अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी Recitation Skills के लिए इंटरनेशनल बुक ऑफ़ रिकॉर्ड्स में शामिल हैं और उन्हें राष्ट्रपति व प्रधानमंत्री द्वारा सम्मानित किया भी किया जा चुका है। इसके उपरांत NCC के कैडेट्स द्वारा वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम के प्रचार प्रसार के उद्देश से कैडेट्स ने लोक नृत्य, नाट्य मंचन तथा वीर रस की कविता के वाचन के साथ साथ कई मनोरंजक और देश भक्ति जागृत करने वाले कार्यक्रम प्रस्तुत किए।

इस अवसर पर मुख्य अतिथि एनबी पाल, पूर्व जनरल मैनेजर चीनी मिल खड्डा कुशीनगर के साथ साथ चंद्रशेखर पाल मैनेजर स्टर्लिंग ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस, लेफ्टिनेंट कर्नल अभिषेक मंसीह, कमांडिंग ऑफिसर 102 यूपी बटालियन एनसीसी, लेफ्टिनेंट कर्नल मिथुन मिश्रा, प्रशासनिक अधिकारी तथा स्थानीय पुलिस व नगरपालिका के अधिकारीगण उपस्थित रहे।
मुख्य अतिथि ने अंत में सभी प्रतिभागियों का प्रोत्साहन किया और अगली पीढ़ी को देश हित में कार्यरत रहने का आवाहन किया ।
इस पहल से सीमावर्ती युवाओं में एनसीसी के प्रति रुचि बढ़ी है और यह कार्यक्रम ग्रामीण क्षेत्रों में जन-जागरूकता का एक उत्कृष्ट उदाहरण बनकर उभरा है।