Gorakhpur गोरखपुर। राष्ट्रीय सेवा योजना सेंट एंड्रयूज कॉलेज गोरखपुर की महिला इकाई द्वारा चलाए जा रहे सात दिवसीय विशेष शिविर के तीसरे दिन अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया गया। स्वयं सेविकाओं के लिए लेट हेर फ्लाई विषय पर मेहंदी रचाओ का आयोजन किया गया । जिसमें कुल 15 स्वयं सेविकाओं ने प्रतिभाग किया।
प्रतियोगिता में मुख्य निर्णायक के रूप में अंग्रेजी विभाग की प्रोफेसर डॉ सीमा शेखर उपस्थित रहीं। प्रथम पुरस्कार नगमा,द्वितीय पुरस्कार पल्लवी निगम को तथा तृतीय पुरस्कार शाहजहां को प्रदान किया गया। महिला सशक्तिकरण पर आयोजित पोस्टर पेंटिंग प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार वारिसा सिद्दीकी, द्वितीय पुरस्कार तनु यादव, तथा तृतीय पुरस्कार खुशी प्रजापति को दिया गया।
निर्णायक के रूप में अंग्रेजी विभाग के अध्यक्ष प्रोफेसर शेखर वर्मा तथा नैदानिक मनोवैज्ञानिक रमेंद्र कुमार त्रिपाठी उपस्थित रहे। बौद्धिक सत्र में प्रोफेसर शेखर वर्मा ने नारी शक्ति को याद करते हुए कहा कि आप जीवन में स्वावलंबी बनिये। जब आप सक्षम होंगी तभी दूसरे की सहायता कर सकती हैं।
प्रोफेसर सीमा शेखर ने कहा कि राष्ट्रीय सेवा योजना आपमें लीडरशिप क्वालिटी को विकसित करती है। आप में मिलजुल कर कार्य करने की क्षमता तथा अनुशासन को सिखाती है। शिविर में प्रातः काल प्रथम सत्र में लखनऊ से पधारे मोटिवेशनल स्पीकर अजीत सिंह ने स्वयंसेविकाओं को स्वावलंबी बनने के गुण सिखाए।
उन्होंने कहा की अनुशासन कष्ट तो देता है किंतु सफल परिणाम अनुशासन से ही मिलता है। तत्पश्चात स्वयंसेविकाओं के लिए सिफसा के सहयोग से मानसिक स्वास्थ्य संवेदीकरण कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य वक्ता के रूप में पधारे जिला अस्पताल के नैदानिक मनोवैज्ञानिक श्री रमेंद्र कुमार त्रिपाठी ने स्वयं सेविकाओं को चिंता ,तनाव, डिप्रेशन शिजोफ्रेनिया ,नशीले पदार्थों के सेवन, ओसीडी आदि के बारे में विस्तार से बताया।
अपराह्न काल में यूथ फ्रेंडली केंद्र द्वारा माया बाजार हरिजन बस्ती में आउटरिच कैंप के द्वारा महिला सशक्तिकरण तथा शिक्षा स्वास्थ्य के बारे में लोगों को जागरूक किया गया। कार्यक्रम में माया बाजार वार्ड नंबर 62 के पार्षद समद गुफरान की उपस्थिति रही।
समस्त कार्य कार्यक्रम अधिकारी डॉ जे के पांडेय, तथा डॉ अर्चना श्रीवास्तव के नेतृत्व में संपन्न हुए ।