Gorakhpur। राष्ट्रीय सेवा योजना सेंट एंड्रयूज कॉलेज गोरखपुर तथा सिफ्सा के संयुक्त तत्वाधान में संचालित यूथ फ्रेंडली सेंटर द्वारा दो दिवसीय किशोर स्वास्थ्य अभिविन्यास कार्यशाला का आज समापन हुआ।
समापन समारोह में मुख्य अतिथि के रुप में पधारी कॉलेज की वनस्पति विज्ञान विभाग की प्रोफेसर कंचन सरिता दास ने कहा जब स्वास्थ्य अच्छा होगा तभी छात्र अपने परिवार तथा राष्ट्र की प्रगति में अपना योगदान दे सकेगा। इस तरह की कार्यशालाओं से आपके भौतिक स्वास्थ्य, सामाजिक स्वास्थ्य साथ ही साथ मानसिक स्वास्थ्य को सही ढंग से समझने में सहायता मिलती है। सभी विद्यार्थियों को इस तरह की कार्यशाला से जुड़ना चाहिए। राष्ट्रीय सेवा योजना एवं सिफ्सा के इस संयुक्त प्रयास को बधाई दी। किशोरावस्था में स्वास्थ्य से जुड़ी हर समस्याओं के बारे में बात करने के लिए यह प्लेटफॉर्म बहुत ही महत्वपूर्ण है।
सिफ्सा के नोडल प्रोजेक्ट अधिकारी एवं राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारी डॉ0 जे0 के0 पांडेय ने कहा कि किशोरावस्था में ज्यादातर किशोर किशोरियां अपने मित्रों से जानकारी प्राप्त करते हैं जो कि अक्सर अधूरी, अपर्याप्त एवं भ्रांति पूर्ण होती है। वे शर्म या हिचकिचाहट के कारण प्रजनन स्वास्थ्य मुद्दों पर जानकारी से वंचित रह जाते हैं। इस कार्यशाला से इन मुद्दों पर सही जानकारी उपलब्ध होती है।
तकनीकी सत्र में मुख्य ट्रेनर के रूप में डॉ0 सुनीता पॉटर तथा डॉ0 पूजा आनन्द ने किशोरावस्था में होने वाले परिवर्तन, बाल स्वास्थ्य, प्रजनन अंगों के संक्रमण, मातृत्व स्वास्थ्य, सरकार द्वारा विभिन्न स्वास्थ्य कार्यों पर दी जाने वाली निःशुल्क सुविधाओं, मानवाधिकारों तथा महिलाओं को प्रभावित करने वाले अपराधों व महिलाओं के कानूनी अधिकारों आदि के बारे में विस्तार से प्रकाश डाला। तत्पश्चात प्रतिभागियो से युवाओं के विभिन्न स्वास्थ्य मुद्दो पर चर्चा भी करायी गयी। समापन सत्र में सभी प्रतिभागियों को प्रतिभागिता प्रमाण-पत्र मुख्य अतिथि के द्वारा प्रदान किया गया। इस अवसर पर भूगोल विभाग के कुल 60 प्रतिभागियों की प्रतिभागिता रही।