वाराणसी। वाराणसी कमिश्नरेट पुलिस के मड़ौली चौकी प्रभारी अजय कुमार शनिवार दोपहर एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने 25 हजार रूपये रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया, आरोप है कि प्रभारी ने मुकदमा दर्ज कराने वाले व्यक्ति को पुलिस चौकी बुलाया और धारा को गंभीर बनाने के लिए घूस ली।
बताया जाता है कि संत गोपाल नगर, बड़ी पटिया, ककरमत्ता निवासी बिशन दास खन्ना के अनुसार, 10 जून को उनके बेटे उमंग खन्ना ने मंडुवाडीह थाने में चाचा महेशदास के खिलाफ जालसाजी के आरोपों में मुकदमा दर्ज कराया था। इसकी विवेचना मड़ौली चौकी इंचार्ज अजय कुमार को मिली थी। चौकी इंचार्ज अजय कुमार का कहना था कि कूटरचना सहित अन्य आरोपों से संबंधित धारा बढ़ाकर वह मुकदमे को मजबूत कर देगा। इसके एवज में 25 हजार रुपये घूस मांग रहा था और रुपये न देने पर फाइनल रिपोर्ट (एफआर) लगाने की धमकी दे रहा था। पैसे की मांग और विवेचना में प्रगति न होते देख बिशन दास खन्ना ने भ्रष्टाचार निवारण संगठन की वाराणसी इकाई के प्रभारी इंस्पेक्टर नीरज कुमार सिंह से संपर्क किया।
इंस्पेक्टर ने केमिकल युक्त नोट दिया, इसके बाद बिशन दास खन्ना ने मड़ौली चौकी प्रभारी को फोन किया और पैसे देने की बात कही। आरोप है कि प्रभारी ने पुलिस चौकी में जैसे ही घूस लिया, वैसे ही भ्रष्टाचार निवारण संगठन की ट्रैप टीम ने दबोच लिया, फिर उसे कैंट थाने ले जाया गया। थाना पुलिस के सुपुर्द करके मुकदमा दर्ज कराया गया।
आरोपी को गिरफ्तार करने वाली टीम में प्रभारी इंस्पेक्टर नीरज कुमार सिंह, इंस्पेक्टर अशोक कुमार सिंह, हेड कांस्टेबल शैलेंद्र कुमार राय, सुमित भारती व आरक्षी वीरेंद्र प्रताप सिंह शामिल रहे।