Gorakhpur। स्थानीय महानगर स्थित सेण्ट ऐण्ड्रयूज कालेज St. Andrews College के भूगोल विभाग में वार्षिक उत्सव/पुरस्कार वितरण कार्यक्रम का आयोजन मंगलवार को किया गया। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि दी0द0उ0 गोरखपुर विश्वविद्यालय के भूगोल विभाग के अध्यक्ष प्रोफेसर एस0 के0 सिंह व विशिष्ट अतिथि दी0द0उ0 गोरखपुर विश्वविद्यालय के भूतपूर्व प्रोफेसर वी0 सी0 एवं विभागाध्यक्ष प्रोफेसर एस0 के0 दीक्षित रहे।
इस कार्यक्रम में छात्र-छात्राओ ने रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत कर सबका मन मोह लिया। पूरे वर्ष हुई विभिन्न प्रतियागिताएँ जो विभिन्न भौगोलिक तिथियों पर आयोजित की गई थी, जैसे विश्व ओजोन दिवस पर पोस्टर पेंटिंग प्रतियोगिता, विश्व प्रदूषण निवारण दिवस पर विभिन्न कक्षाआंे में अलग-अलग प्रतियोगिताएं आयोजित की गई। जिसमें निबन्ध लेखन, भाषण प्रतियोगिता तथा पोस्टर, पेंटिंग प्रतियोगिता शामिल है।
इसी प्रकार विश्व मृदा दिवस पर एक संगोष्ठी तथा एक मॉडल प्रतियोगिता आयोजित की गई थी। इसके अतिरिक्त भौगोलिक ज्ञान से संबंधित क्विज प्रतियोगिता के विजयी प्रतियागियो को भी पुरस्कार प्रदान किया गया।
मुख्य अतिथि प्रोफेसर एस0 के0 सिंह नें भौगोलिक ज्ञान के महत्व को बताते हुए पर्यावरण सुरक्षा पर एक स्वरचित कविता के द्वारा विद्यार्थियों को अपने पर्यावरण के प्रति सचेत किया। विशिष्ट अतिथि प्रोफेसर एस0 के0 दीक्षित ने पृथ्वी पर हो रहे निरन्तर जलवायु परिवर्तन पर चिन्ता व्यक्त करते हुए इस हेतु निरन्तर बढती हुई जनसंख्या को जिम्मेदार ठहराया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे कालेज के प्राचार्य प्रोफेसर सी0 ओ0 सैमुएल ने एक कहानी के माध्यम अपने कर्तव्यों के प्रति जागरूक रहने पर बल दिया साथ ही परीक्षा में तथा भविष्य में सफलता हेतु शुभकामनाएं दी।
कार्यक्रम का संचालन भूगोल विभाग की डॉ0 सुनीता पॉटर ने किया तथा धन्यवाद ज्ञापन प्रोफेसर सैमसन दान ने किया। कार्यक्रम में विशेष सहयोग विभाग के अमित वर्मा, शान्तम तिवारी तथा अनीश जैकब का रहा।
इस अवसर पर कालेज के मुख्य नियंता प्रोफेसर सी0 पी0 गुप्ता, प्रोफेसर सुशील राय, प्रोफेसर एस0 डी0 शर्मा, प्रोफेसर पी0डी0 सुभाष, प्रोफेसर अनंत कीर्ति तिवारी, प्रोफेसर बी0 डी0 पी0 सिंह, प्रोफेसर अनुग्रह तिवारी, प्रोफेसर दीपक सिंह, प्रोफेसर रबीन्द्र कुमार, प्रोफेसर सुषमा जॉन, प्रोफेसर ई0 सी0 दास, डा0 सुचिता इलियास, डॉ0 अमित मसीह, डा0 जे0 के0 पाण्डेय एंव अनेक शिक्षक, शिक्षिकाएं तथा भूगोल विषय के सभी छात्र एवं छात्राएं मौजूद रहे।