उत्तराखंड में बीते 24 घंटे में प्रदेश में 15 नए कोरोना संक्रमित मिले हैं। वहीं, एक भी मरीज की मौत नहीं हुई है। जबकि छह मरीजों को ठीक होने के बाद घर भेजा गया। सक्रिय मरीजों की संख्या 155 हो गई है।
शनिवार को नौ जिलों अल्मोड़ा, बागेश्वर, चमोली, चंपावत, पौड़ी, रुद्रप्रयाग, टिहरी, ऊधमसिंह नगर और उत्तरकाशी में एक भी संक्रमित मरीज नहीं मिला है। वहीं हरिद्वार में दो, पिथौरागढ़ में एक, नैनीताल में पांच और देहरादून में सात संक्रमित मरीज मिले हैं।
संक्रमण दर 0.13 प्रतिशत पहुंची
प्रदेश में अब तक कोरोना के कुल संक्रमितों की संख्या 343891 हो गई है। इनमें से 330186 लोग ठीक हो चुके हैं। प्रदेश में कोरोना के चलते अब तक कुल 7400 लोगों की जान जा चुकी है। प्रदेश की रिकवरी दर 96.01 प्रतिशत और संक्रमण दर 0.13 प्रतिशत दर्ज की गई है।
ऋषिकेश: असहाय लोगों को घर जाकर लगाई वैक्सीन
एसपीएस राजकीय चिकित्साल के स्वास्थ्य कर्मी लोगों को कोरोना वैक्सीन लगाने में जुटे हुए हैं। वह असहाय लोगों को घर जाकर वैक्सीन लगा रहे हैं। शनिवार को अस्पताल के नर्सिंग ऑफिसर राहुल सक्सेना ने छोटी सब्जी मंडी में पहुंचकर राकेश उनियाल को कोरोना की वैक्सीन लगाई। इस दौरान उन्होंने उनके लक्की ड्रॉ का कूपन भी भरवाया। स्वास्थ्यकर्मी के सेवा से परिजनों ने उनका आभार व्यक्त किया।
राहुल सक्सेना ने बताया कि कोरोना संक्रमण से लड़ने के लिए स्वास्थ्यकर्मी निरंतर प्रयासरत हैं। कोरोना वैक्सीन की पहली और दूसरी डोज लगाने के लिए जो असहाय और दिव्यांग वैक्सीन सेंटर तक नहीं पहुंच पा रहे हैं। उन्हें स्वास्थ्य कर्मी उनके घर पर जाकर ही वैक्सीन लगा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि जो भी ऐसे लोग हैं, वह फोन पर उनसे संपर्क कर कोरोना वैक्सीन लगा सकते हैं। अस्पताल के स्वास्थ्यकर्मी उनके बताए हुए पते पर पहुंचकर उन्हें वैक्सीन लगाएंगे।
कोरोना ड्यूटी में शामिल पुलिसकर्मियों को मिलेंगे 10-10 हजार
कोविड के दौरान ड्यूटी करने वाले पुलिसकर्मियों को दी जाने वाली प्रोत्साहन राशि के लिए शासन ने धनराशि मंजूर कर दी है। राज्य के 24888 पुलिस कर्मचारियों और अधिकारियों (अराजपत्रित) को 10-10 हजार रुपये दिए जाएंगे। शनिवार को इस संबंध में गृह विभाग से आदेश जारी कर दिया गया है।
कोरोना की पहली और दूसरी लहर में पुलिस के कार्यों की हर ओर सराहना हुई थी। अपनी जान को जोखिम में डालकर पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों ने दिन रात लोगों को राहत पहुंचाई। इसके साथ ही कानून व्यवस्था भी संभाली। इस दौरान कई पुलिसकर्मी असमय काल का ग्रास भी बने।
यही नहीं हजारों पुलिसकर्मियों को कोविड ने अपनी चपेट में भी लिया। पुलिस के इन्हीं साहसिक कार्यों के लिए उन्हेें पुरस्कृत करने की योजना बनी थी। पिछले दिनों 22 सितंबर को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ड्यूटी करने वाले पुलिस कर्मचारियों और अराजपत्रित अधिकारियों दरोगा व इंस्पेक्टरों को 10-10 हजार रुपये देने की घोषणा की थी।
इस संबंध में गत एक अक्तूबर को पुलिस मुख्यालय की ओर से एक प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा गया था। शनिवार को गृह विभाग की अपर सचिव रिद्धिम अग्रवाल की ओर से आदेश जारी किया गया है। शासन ने 24.88 करोड़ रुपये मंजूर कर दिए हैं। जल्द ही पुलिसकर्मियों और अधिकारियों को यह धनराशि वितरित की जाएगी।