छितौनी-कुशीनगर। पनियहवा, छितौनी तमकुही रेल परियोजना Chhitauni-Tamkuhi Rail Project के लिये इस बार भी जारी अंतरिम बजट में एक रुपया भी आवंटित नहीं हुआ है, जबकि इस रेल परियोजना के लिए इस क्षेत्र के लोग एक संघर्ष समिति बनाकर लगातार संघर्ष कर रहे हैं, इतना जरूर है इस क्षेत्र के लोगों और संघर्ष समिति के लोगों को आश्वासन जरूर मिलता रहा लेकिन आश्वासन के अलावा चवन्नी भी इस परियोजना को नसीब नहीं हुई है।
बताते चलें पनियहवा से छितौनी तमकुही रेल परियोजना जो लगभग एक दशक से बंद पड़ी है जिसके कारण छितौनी का व्यापार पूरी तरह जहां उजड़ चुका है, वही इस रेल परियोजना के शुरू होने पर यूपी और बिहार सहित तमाम गांव में विकास की किरण देखने को मिलेगी, इतना ही नहीं इस रेल परियोजना के निर्माण से इस क्षेत्र में बाढ़ बचाव का भी इंतजाम हो जाएगा लेकिन दशक भर बीत जाने के बाद भी अब तक इस रेल परियोजना को ठंडा बस्ते से बाहर नहीं निकाला जा सका।
बन्द पड़ी छितौनी तमकुही रेल परियोजना की शुरुआत के लिए यहां के लोगों ने संघर्ष समिति का गठन किया जो लगातार इस परियोजना को चालू करने के लिए क्षेत्रीय नेताओं से लेकर दिल्ली तक आवाज बुलंद करी है।
अभी पिछले दिनों संघर्ष समिति के लोगो ने सांसद विजय कुमार दुबे के साथ रेल मंत्री से मुलाकात भी किया जहां आश्वासन भी मिला कि बजट में परियोजना के लिए धन आवंटित होगा लेकिन वही हुआ जो दशकों से होता रहा है।
भाजपा के PM, CM, MP व MLA फिर भी परियोजना को नही मिला धन
छितौनी तमकुही रेल परियोजना के लिये संघर्ष समिति के साथ जनता संघर्ष कर रही है, केंद्र व प्रदेश में भाजपा की सरकार है, कुशीनगर के सांसद व खड्डा के विधायक भी भाजपा के ही है, फिर भी इस बजट में इस रेल परियोजना के लिये धन का आवंटन नही होने से लोगो मे रोष है, लोगो का कहना है कि विधायक, सांसद के साथ प्रदेश और केंद्र में सरकार होने के बाद भी अगर बजट जारी नही हुआ फिर कब जारी होगा।
वोटो का करेंगे बहिष्कार
छितौनी तमकुही रेल परियोजना के लिये बजट जारी नही होने पर लोगो में काफी नाराजगी है और नाराजगी इतनी है कि वह आगामी लोकसभा चुनाव में बहिष्कार का निर्णय लेने लगे हैं, उनका कहना है कि हम वोट विकास के लिये देते हैं लेकिन उन्हें अबतक आश्वासन के सिवा कुछ नही मिला, अब हमें आश्वासन नही चाहिए।