चंड़ीगढ़। सिटी ब्यूटीफुल के खिलाड़ी वैसे तो हर खेल में देश का नाम रोशन करते आ रहे हैं। लेकिन क्रिकेट और शूटिंग में चंडीगढ़ के खिलाड़ियों का कोई जवाब नहीं है। वर्ष 1983 में भारत को पहला वर्ल्ड कप दिलाने वाले कपिल देव, 2011 वर्ल्ड कप में मैन ऑफ द सीरीज रहे युवराज सिंह और 2023 में मौजूदा वर्ल्ड कप में खेल रहे शुभमन गिल दोनों ही शहर की शान हैं। साथ ही भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व स्टार क्रिकेटर योगराज सिंह, युवराज सिंह, चेतन शर्मा, दिनेश मोंगिया भी शहर की देन हैं।
इनके साथ ही ओलंपिक शूटर अभिनव बिंद्रा, अंजुम मोदगिल, मौजूदा समय में पेरिस ओलंपिक 2024 का कोटा दिलाने वाली मनु भाकर और सर्बजोत सिंह शहर की शान हैं। एशियन गेम्स 2023 में हॉकी में स्वर्ण पदक जीतने वाली भारतीय टीम में संजय और गुरजंट सिंह शहर की खेल विभाग की हॉकी अकादमी के ट्रेनी हैं।
40 साल बाद शहर के खिलाड़ियों को भविष्य हुआ सुरक्षित
40 साल बाद शहर की अपनी खेल पॉलिसी होने से अब शहर के खिलाड़ियों का भविष्य सुरक्षित हाथों में आ गया है। खेल पॉलिसी में अब शहर के खिलाड़ियों को दूसरे राज्यों के समान प्राइज और अन्य सुविधाएं मिलनी शुरू हो गईं हैं।
सिथेटिक ट्रैक
सेक्टर-7 स्थित स्पोर्ट्स कांप्लेक्स में शहर का पहला 6 करोड़ का 8 लाइन वाला सिंथेटिक ट्रैक एथलेटिक्स खिलाड़ियों को मिला। पिछले महीने राष्ट्रीय स्तर की दो एथलेटिक्स चौंपियनशिप में देश भर से आए एथलीटों ने इस ट्रैक पर खेलते हुए कई कीर्तिमान बनाए।