गोरखपुर। आला हज़रत नौजवान कमेटी की ओर से पत्थर कट रोड तकिया कवलदह में दीनी जलसा हुआ। मुख्य वक्ता मौलाना जहांगीर अहमद अजीजी ने कहा कि मॉडर्न तालीम हासिल करने से पहले अपने बच्चों को क़ुरआन पढ़ना सिखाएं, दीन की जरूरी और अहम बातें सिखाएं, रहन-सहन के आदाब, बड़ों के साथ अदबो एहतराम का सुलूक, छोटों से प्यार से पेश आना, जरूरी तहजीब और तरबियत देना जरूरी है। औलाद का हक है कि उनकी अच्छी तालीम व तरबियत का इंतजाम किया जाए, सबसे अफ़ज़ल क़ुरआन, हदीस और दीन का इल्म है। इसके बगैर कोई मुसलमान हकीकी मुसलमान नहीं बन सकता।
गौसिया जामा मस्जिद छोटे काजीपुर के निकट हुए दीनी जलसे में मौलाना तारिक हुसैन मिस्बाही ने कहा कि पैग़ंबरे इस्लाम हज़रत मोहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने आज से चौदह सौ साल पहले स्पष्ट फरमा दिया कि मां-बाप की तरफ से औलाद को सबसे अफ़ज़ल तोहफा उनकी अच्छी तालीम और तरबियत है। यही उनके लिए दीन और दुनिया दोनों एतबार से अच्छी नेमत है। अपनी औलाद को पढ़ाइए और मेहनत करके पढ़ाइए। एक वक्त भूखे रहकर पढ़ाना पड़े तो भूखे रहकर पढ़ाइए ताकि अल्लाह के पास जवाबदेही आसान हो।
अंत में सलातो सलाम पढ़कर दुआ मांगी गई। जलसे में मुफ्ती अजहर, राजू, मौलाना इस्हाक़, कासिद रजा इस्माईली, अफरोज, साकिब, सैयद नदीम अहमद, सद्दाम, खुर्शीद, जैनुल, शहजादे, इस्लाम, आजाद, टीपू, मौलाना मोहम्मद अहमद निजामी, हाफिज शमसुद्दीन, कारी निसार, नूर मोहम्मद दानिश, अशहर खान इस्माईली, सैयद शहाबुद्दीन, कारी अंसारुल हक आदि मौजूद रहे।