
Gorakhpur। स्थानीय महानगर स्थित सेण्ट ऐण्ड्रयूज कॉलेज के बाॅटनी स्टडी सर्किल का वार्षिक समारोह एवं पुरस्कार वितरण काॅलेज के जुबली हाॅल में रंगा-रंग कार्यक्रमों के साथ सम्पन्न हुआ। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि गोरखपुर विश्वविद्यालय के वनस्पति विज्ञान विभाग के अध्यक्ष प्रोफेसर अनिल कुमार द्विवेदी रहे।
कार्यक्रम का प्रारंभ ईश्वर प्रार्थना के साथ काॅलेज के प्राचार्य प्रोफेसर सी0ओ0 सैमुएल ने किया। मुख्य अतिथि का स्वागत काॅलेज के प्राचार्य द्वारा बैज लगाकर तथा गुल्दस्ता देकर किया गया। प्राचार्य का स्वागत प्रोफेसर नीरज श्रीवास्तव एवं प्रोफेसर एस0 डी0 राजकुमार द्वारा किया गया। तत्पश्चात बी0एस.सी0 एवं एम0एस.सी0 (बाॅटनी) के छात्र एवं छात्राओं द्वारा काॅलेज कुलगीत एवं स्वागत गीत प्रस्तुत किया गया। वनस्पति विज्ञान विभाग के प्रोफेसर नीरज श्रीवास्तव ने मुख्य अतिथि प्रो0 द्विवेदी की उपलब्धियों के सम्बन्ध में विस्तार से बताया।
बाॅटनी स्टडी सर्किल की सचिव एवं एम.एससी. बाॅटनी की टाॅपर कु0 एरीना सिद्दीकी ने वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत किया तत्पश्चात् विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत किये जिसमें मुख्य रूप से प्रेयर डाॅस, नुक्कड़ नाटक (साइबर क्राइम), पर्यावरण सम्बंधी कार्यक्रम एवं नारी सशक्तिकरण आदि रहे। बाॅटनी स्टडी सर्किल द्वारा पिछले सत्र में आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं में पुरस्कृत विद्यार्थियों को मेडल एवं प्रमाण-पत्र मुख्य अतिथि प्रो0 द्विवेदी एवं प्राचार्य प्रो0 सैमुएल द्वारा दिया गया।

मुख्य अतिथि प्रो0 द्विवेदी ने अपने उद्बोधन में विद्यार्थियों से अपेक्षा किया कि वे अपने कर्तव्यों का निर्वहन पूरी इमानदारी से करेंगे, सादगीपूर्ण जीवन व्यतीत करते हुए अपने लक्ष्य प्राप्ति के लिए निरन्तर प्रयास करेंगे और अपने माता-पिता की भांति अपने गुरूजनों का और समाज में अपने वरिष्ठ एवं कनिष्ठ सभी व्यक्तियों का आदर करेंगे।

प्राचार्य प्रो0 सैमुएल ने मुख्य अतिथि का हृदय से आभार व्यक्त किया कि उन्होने अपने बहुमूल्य समय में से समय निकालकर कार्यक्रम में सहभागिता किया।
प्राचार्य ने मुख्य अतिथि को एवं प्रोफेसर के0 एस0 दास, प्रोफेसर निधि लाल एवं डाॅ0 आशुतोष यशायाह ने प्राचार्य को टोकन ऑफ लव देकर सम्मानित किया। प्राचार्य द्वारा मुख्य अतिथि का, वनस्पति विज्ञान के सभी शिक्षण एवं शिक्षणेत्तर कर्मचारियों का एवं विभिन्न विभागों से आये शिक्षकों का धन्यवाद ज्ञापन किया गया। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ।