Gorakhpur। स्थानीय महानगर स्थित सेण्ट ऐण्ड्रयूज कॉलेज में कल्चरल क्लब और रोवर्स रेंजर्स के संयुक्त तत्वाधान में आज शनिवार को बाल यौन शोषण रोकथाम कार्यशाला “चुप्पी तोड़ हल्ला बोल” आयोजित की गई।
यह कार्यक्रम इंडिया पेस्टिसाइड्स लिमिटेड के सहयोग से संचालित एक गैर सरकारी संगठन समाधान अभियान द्वारा किया गया। मुख्य वक्ता के रूप में निदेशक समाधान अभियान सिलम वाजपेई ने बाल यौन शोषण से निपटने और चुप्पी तोड़ हल्ला बोल के माध्यम से (POCSO) अधिनियम 2012 के बारे में जागरूकता बढ़ाने का आह्वान किया। उन्होंने उद्बोधन में कहा कि बाल यौन उत्पीड़न, शोषण बच्चों के लिए ही नहीं बल्कि समग्र समाज के लिए खतरा है। इसके विरुद्ध समाधान अभियान ने एक नई पहल की है चुप्पी तोड़ हल्ला बोल।
उन्होंने कहा कि यौन शोषण के मामलों का मूल आधार कम रिपोर्टिंग का होना है और उसका भी प्रमुख कारण जागरूकता की कमी होना है। जागरूकता की यही कमी बच्चों और उनके माता-पिता तथा अभिभावकों के बीच यौन शोषण और अस्वीकार व्यवहार की समझ ना होने के रूप में भी परिलक्षित होती है। उन्होंने सुरक्षित-असुरक्षित स्पर्श कैसे पहचानें, न कहना सीखें आदि के बारे में विस्तार से बताया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे प्राचार्य प्रोफेसर सी0 ओ0 सैमुएल ने कहा कि बच्चों को सुरक्षित वातावरण प्रदान करना बड़ों का उत्तरदायित्व है। साथ ही आकस्मिक समस्याओं के प्रति सतर्क करने के लिए उन्हें उनकी आयु के अनुरूप उपयुक्त ज्ञान प्रदान करना भी हमारी जिम्मेदारी है। समाधान अभियान के सहयोग से कल्चरल क्लब तथा रोवर रेंजर्स द्वारा कार्यक्रम के आयोजन के लिए उन्होंने बधाई दी।
कार्यक्रम का आयोजन तथा संचालन कल्चरल क्लब के प्रभारी प्रोफेसर जे के पाण्डेय तथा धन्यवाद ज्ञापन रोवर रेंजर्स प्रभारी डॉ0 पूजा आनंद द्वारा किया गया।
कार्यक्रम के दौरान कॉलेज के प्रोफेसर अनुग्रह तिवारी, डॉ0 के0डी0 पाण्डेय, डॉ0 साक्षी मिश्रा, डॉ0 स्निग्धा चटर्जी, डॉ0 अभिषेक कुमार पांडेय, स्वयंसेवक दिव्यांशु, आशीष सहित कॉलेज के अधिकांश छात्र-छात्राएं, रोवर्स रेंजर्स तथा राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवक व स्वयंसेविकाएं उपस्थिति रही।